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लोकसभा में सवर्णों के आरक्षण पर जब एक शुद्र ने खोली ज़बान

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M Thambidurai_Google सवर्णों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण पर बोलते हुए तमिलनाडु के करूर से सांसद और अन्नाद्रमुक नेता एम. थंबीदुरई ने बहुत ही शानदार बोला। अतिशुद्र जमात से आने वाले थंबीदुरई ने जेटली, सांपला और लॉ मिनिस्टर रविशंकर को आईना दिखाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, बैंकिंग योजना, स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम, प्रधानमंत्री हाउसिंग योजना से क्या लोगों का आर्थिक विकास नहीं हुआ है, जो केंद्र सरकार सवर्णों के लिए आरक्षण लेकर आई है। उन्होंने कहा कि देश को आरक्षण की जरूरत सामाजिक न्याय के लिए है। मैं एक शुद्र हूं और हमने सबसे ज्यादा जातिगत भेदभाव और अत्याचार झेला है। हकीकत ये है कि सरकार की ये सारी योजनाएं फेल साबित हुई हैं। और तब सत्ताधारी पार्टी आरक्षण का बिल लेकर आई है। उन्होंने कहा कि संविधान में सामाजिक असमानता को खत्म करने के लिए आरक्षण का प्रावधान है। संविधान निर्माताओं ने आरक्षण के लिए सामाजिक हैसियत को प्रावधान माना था। आज भी देश के कई हिस्सों में दलितों को कुएं से पानी नहीं लेने देते हैं। महान विचारक पेरियार से लेकर बाबा साहेब अम्बेडकर तक ने सामाजिक न्याय की मांग की।