उसे निहारना
मुझे जब भी मौका मिलता है मैं उसे निहारता रहता हूं. दरअसल इसके पीछे एक सघन और रहस्यमयी आकर्षण है. जबकि वो मुझे नापसंद करती है. यह आकर्षण उसकी आहट मिलते ही मुझ पर हावी हो जाता है..जब वो मेरे सामने होती है..मैं निहारता रहता हूं उसे. अपने सुकून के लिए.. क्योंकि जब आप एक चुम्बकीय शक्ति से बंधे होते है..सुकून आपके नियंत्रण में नहीं होता. 04.07.2013