IPL 10 में इन चार खिलाड़ियों पर रहेगी नजर


इस बार का आईपीएल मेरे लिए मिश्रित भावनाओं वाला है। कई खिलाड़ी हैं, जिनके लिए इस बार आईपीएल देखा जाना चाहिए। हालांकि ये कोई उभरते सितारे नहीं है, बल्कि अपने खेल से करोड़ों दिलों पर राज कर चुके वो किंग हैं जिनका सूरज ढलान पर है। इन्हीं खिलाड़ियों के खेल पर नजर रखने के लिए आईपीएल देखा जाएगा। आइए एक नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों पर जिन रहेगी मेरी नजर...

युवराज सिंह 
युवी के लिए आईपीएल के 10वें सीजन में सबसे बड़ी फायदे की बात ये है कि वे इस लो प्रोफाइल हैं। बड़ा हल्ला नहीं है उनको लेकर ऐसे में उन पर दबाव कम है। युवी आईपीएल में अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। टीम मालिकों ने उन पर पैसों की बरसात तो की लेकिन वे अपने बल्ले से रनों की बरसात नहीं कर पाए।

ऐसे में देखना ये है कि लो प्रोफाइल युवराज का बल्ला कितना बोलता है। युवी अब पहले से कहीं ज्यादा फिट हैं और इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में शतक जड़कर उन्होंने कॉन्फिडेंस हासिल किया है। युवी के लिए आईपीएल देखा जाना चाहिए।

सुरेश रैना
बाएं हाथ के इस खिलाड़ी का करियर पटरी से उतरा हुआ दिख रहा है। घरेलू सीजन में रैना ने किनारा कर लिया था, जिसके बाद उनको लेकर कयासों के दौर शुरू हो गए। रैना ने खराब तबीयत का हवाला देकर दिलीप ट्राफी में खेलने से मना कर दिया था।

हाल ही में जारी बोर्ड की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से भी उनका नाम ड्रॉप कर दिया गया है। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मुकाबले में उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली, लेकिन कुछ खास कर पाने में नाकाम रहे। ऐसे में देखना ये है कि क्या वे आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन के जरिए चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपना दावा ठोंक पाते हैं।

महेंद्र सिंह धोनी 
आईपीएल के 10 सालों के इतिहास में महेंद्र सिंह धोनी पर पहली बार कप्तानी का बोझ नहीं है। इससे पहले वे चेन्नई सुपर किंग्स और वर्तमान टीम पुणे राइजिंग सुपरजाएंट के कप्तान रह चुके हैं। धोनी का करियर आखिरी पड़ाव पर है। अब वो सिर्फ वनडे और टी-20 खेलते हैं। झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट में रन बटोरने वाले धोनी पर सबकी निगाहें रहेंगी।

देखना ये है कि क्या धोनी आईपीएल में रनों का अंबार लगाकर चैंपियंस ट्रॉफी में अपना दावा ठोंक पाते हैं या इस बार का आईपीएल उनके करियर पर लौ मद्धिम कर देगा। अब धोनी के पास ज्यादा समय नहीं है। वो उतना ही खेल सकते हैं, जितनी शरीर गवाही देगा। इसके लिए फिट होना और रन बनाते रहना बहुत महत्वपूर्ण है। धोनी अभी 35 के हैं और फिट रहे तो एक दो साल और खेल सकते हैं। उन्हें हमारी शुभकामनाएं।।

गौतम गंभीर 
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के लिए भी इस बार का आईपीएल अग्निपरीक्षा की तरह है। उन्हें खुद को साबित करना है और ये बताना है कि वे अब भी इंटरनेशनल लेवल पर टीम का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता रखते हैं। आईपीएल में कोलकाता ने उनके नेतृत्व में बेहतर प्रदर्शन किया है और गंभीर इस सिलसिले को जारी रखने के इरादे से उतरेंगे। 

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