कौड़ियों के भाव बिक रही प्याज: जो रो नहीं पाएंगे वो झूल जाएंगे फंदे से!
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बहुत सारे किसान ऐसे हैं जो
प्याज को स्टोर करने की स्थिति में नहीं है। उनके पास पैसा नहीं है। फसल उगाने के
लिए जो कर्ज लिया था उसे भरना है, ऐसे में उसे पैसा चाहिए, लेकिन प्याज की कीमत
नहीं मिल पा रही है। मंडी में प्याज की कीमत तीन से चार रुपया प्रति किलो।
दूसरी
ओर बिचौलिये भी सस्ते में प्याज खरीद कर स्टोर करेंगे और जैसे ही उत्तर भारत के
राज्यों में बरसात शुरू होगी, प्याज की कीमत चढ़नी शुरू होगी। और इतनी रफ्तार से
चढ़ेगी कि आम आदमी कहेगा... ‘प्याज हमेशा से ही महंगी थी’। उसे पता नहीं चलेगा कि
इसी प्याज को किसान मई के महीने में 3 रुपया किलो के हिसाब से बेचकर हताश है।
वो
बिचौलिए जो प्याज को कौड़ियों के दाम खरीदे हैं। बरसात में 80 से 100 रुपया किलो बेचकर
मुनाफा पीटेंगे।
वहीं, खाने के लिए अपनी ही प्याज को पाव भर और आधा किलो रोज के
हिसाब से कई गुना कीमतों में खरीदकर किसान खून के आंसू रोएंगा और जो रो नहीं
पाएंगे वो झूल जाएंगे फंदे से।
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