निजी डायरी: सबसे मुश्किल होता है अपने पिता को समझा पाना।

शराब पीकर सड़क पर गिरे पिता के घाव पोंछता बेटा। तस्वीरः गूगल
सबसे मुश्किल होता है अपने पिता को समझा पाना। जब भी कुछ कहो, उनका एक ही जवाब है। सब समझा के थक गए अब तुम ही बचे हो। उन्हें नहीं पता क्या होता है, जब वो शराब पीकर सड़कों पर गिर जाते हैं। घायल हो जाते हैं और राह चलते लोग उन्हें पकड़कर घर लाते हैं। कौन समझाए उन्हें। पूरा मोहल्ला समझा के थक गया है। सबको एक ही जवाब कि सब समझा के थक गए अब तुम्हीं बाकी हो। कौन समझाए मेरे पिता को। 

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