मां के नाम
सबसे ज्यादा
अपनी मां को महसूसता है
क्योंकि..
मां अब नहीं है
उसकी दुनिया में
अकेले है वो
पूरी भागदौड़ में
जब वह भागना सीख
रहा था
उसकी मां चली गई
वह बिछड़ गया
अपनी मां से
दुनिया के झमेले में
वह महसूसता है
ढूंढ़ता है
मां को
अकेलेपन में
दुनियादारी के बोझ से
फारिग होकर
मां के आंचल में
छुप जाने को
जी भरकर रो लेने को
कि वो इतना तन्हा
क्यूं है।।
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