नोट्सः तेरे काबिल होने के लिए, मुझे कितने इम्तहान देने होंगे.
लोग बाजार में अपने हमशक्ल ढूंढ़ लेते हैं.
जब पूरी दुनिया उदास लगे, कविता में डूब जाया करो.
तमाम चाहने वालों के बावजूद मैं अकेला पड़ जाता हूं.
मुझे माफ करना, मेरे चाहने वालों, मैं किसी और को चाहता हूं.
कुछ लोग मेरे अपने है, मांग मत लेना उन्हें..मना नहीं कर पाऊंगा.
तेरे काबिल होने के लिए, मुझे कितने इम्तहान देने होंगे.
15.05.2013
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