Short Story गिलास का गिरना
उस छोटे से आशियाने में जगह बनाते हुए आज सारी चीजें
अपनी जगह पर खड़ी थी। मानो उन्हें किसी के आने का पूर्वाभास हो। लेकिन उसका सेलफोन
खामोश था। वह निराश मन से उठा और पानी पीने के लिए गिलास भरने लगा। अचानक मुड़ा कि
गिलास उसके हाथों से उछलकर जमीन पर आ गिरा..चंद सेकेंडों में गिलास के साथ वह भी
उछलने लगा..उसके अंर्तमन में उसके मां की आवाज गूंज रही थी। “बेटा, जब भरा हुआ पानी का
गिलास गिर जाए तो समझ लो, कोई आने को हैं”। गिलास और उसके उछलने के
बीच डोरबेल की घंटी आवाज दे रही थी मिलन के बंद दरवाजे को खोलने के लिए..
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें